भारत की पहली ‘Monk Fruit’ की खेती हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में शुरू की गयी हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में चीन से लाये गये ‘monk fruit’ की खेती शुरू हो गई है। इस फल को हिमाचल प्रदेश में फील्ड परीक्षण के लिए पालमपुर स्थित वैज्ञानिक अनुसंधान और औद्योगिक प्रौद्योगिकी परिषद-हिमालयी जैव-संसाधन प्रौद्योगिकी संस्थान (CSIR-IHBT) द्वारा पेश किया गया था।‘Monk fruit’ अपने गुणों के लिए गैर-कैलोरी प्राकृतिक स्वीटनर (non-caloric natural sweetener) के रूप में जाना जाता है। CSIR-IHBT द्वारा चीन से बीज आयात करने और इसे घर में उगाने के तीन साल बाद फील्ड परीक्षण शुरू हो गया है। रायसन (Raison) गांव के एक किसान के खेत में परीक्षण के लिए इन फलों के 50 पौधे लगाए गए और किसान के साथ एक ‘सामग्री हस्तांतरण समझौते’ पर हस्ताक्षर किए गए हैं।नई फसल से 3 लाख रुपये से 3.5 लाख रुपये प्रति हेक्टेयर के बीच आर्थिक लाभ होने का अनुमान है।क्षेत्र की कृषि-जलवायु परिस्थितियों में ‘monk fruit’ के पूर्ण जीवन-चक्र को आकर्षित करने के लिए फूलों के पैटर्न, परागण व्यवहार और फल सेटिंग समय का भी डॉक्यूमेंटेशन किया गया था। 'Monk fr...